लेखक: वेरा पनोवा लेखक: वेरा पनोवा
एक बड़ा सूटकेस पहियों पर घसीटते हुए शहरी लड़की प्रतीक्षालय में प्रवेश की, साथ में उसकी आधुनिक मॉम और... एक बड़ा सूटकेस पहियों पर घसीटते हुए शहरी लड़की प्रतीक्षालय में प्रवेश की, साथ मे...
बात - बात पर पलट जाने वाले लोग, पढ़िए तो कैसे होते हैं ! बात - बात पर पलट जाने वाले लोग, पढ़िए तो कैसे होते हैं !
‘‘बुढ़िया का फैशन देखा ! यह क्या मरने वाली है जल्दी ? मिले तो मरद कर ले।’’ उसने सुना था लक्ष्मी किसी ... ‘‘बुढ़िया का फैशन देखा ! यह क्या मरने वाली है जल्दी ? मिले तो मरद कर ले।’’ उसने स...
जब किसी रास्ते से आप परिचित ना हों तो उसपर चलने की कोशिश कभी ना करें। जब किसी रास्ते से आप परिचित ना हों तो उसपर चलने की कोशिश कभी ना करें।
इसके बावजूद भी तमाम तरह की लानत -मलानत झेलने को अभिशप्त हैं उन्हें रुपहले पर्दे के सितारों की कमाई क... इसके बावजूद भी तमाम तरह की लानत -मलानत झेलने को अभिशप्त हैं उन्हें रुपहले पर्दे ...